भारत की पावर सेक्टर की बात हो और BHEL (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। यह कंपनी, जो भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत आती है, पिछले 6 दशकों से भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अग्रणी रही है। इंजीनियरिंग, डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग में अपने मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के साथ BHEL ने देश के आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। आइए, जानते हैं कि हाल के ऑर्डर और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस के आधार पर BHEL क्यों चर्चा में है।

BHEL के हाल के ऑर्डर
BHEL का ऑर्डर बुक ₹1,60,157 करोड़ का है, जो कंपनी के भविष्य के विकास को लेकर आश्वस्त करता है। चलिए, कुछ हाल के ऑर्डर पर नजर डालते हैं:
- कोराडी थर्मल पावर स्टेशन (महाराष्ट्र):
BHEL ने महाराष्ट्र स्टेट पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (MAHAGENCO) से ₹8,000 करोड़ का ऑर्डर हासिल किया है। यह ऑर्डर 2×660 MW कोराडी थर्मल पावर स्टेशन यूनिट 11 और 12 के लिए है, जिसमें उपकरण आपूर्ति, स्थापना, कमीशनिंग और सिविल वर्क शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट को 52 और 58 महीनों में पूरा किया जाना है। - HVDC प्रोजेक्ट (राजस्थान-उत्तर प्रदेश):
हिताची एनर्जी इंडिया लिमिटेड के साथ मिलकर BHEL ने राजस्थान पार्ट I पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड से 6000 MW का HVDC प्रोजेक्ट हासिल किया है। यह प्रोजेक्ट राजस्थान के भादला III और उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के बीच नवीकरणीय ऊर्जा को ट्रांसमिट करेगा। - रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन (पश्चिम बंगाल):
दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (DVC) ने BHEL को ₹6,200 करोड़ का ऑर्डर दिया है, जिसमें स्टीम जनरेटर, ESP, FGD सिस्टम और ऐश हैंडलिंग सिस्टम की आपूर्ति और स्थापना शामिल है। - सिंगरेनी थर्मल पावर प्रोजेक्ट (तेलंगाना):
सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) ने BHEL को ₹6,700 करोड़ का EPC ऑर्डर दिया है। यह प्रोजेक्ट 1×800 MW क्षमता का है और इसे 48 महीनों में पूरा किया जाना है।
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
BHEL का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस भी काबिले तारीफ है। Q3FY25 के परिणामों पर नजर डालें तो:
- नेट सेल्स: ₹7,277 करोड़ (32% YoY ग्रोथ)
- नेट प्रॉफिट: ₹116.44 करोड़ (207% YoY ग्रोथ)
9MFY25 के परिणामों में नेट सेल्स ₹19,346 करोड़ और नेट लॉस ₹19.64 करोड़ रहा, लेकिन FY24 के वार्षिक परिणामों ने दिखाया कि कंपनी ने ₹23,893 करोड़ का नेट सेल्स और ₹218.24 करोड़ का नेट प्रॉफिट हासिल किया।
BHEL की ताकत
- मजबूत ऑर्डर बुक: ₹1,60,157 करोड़ का ऑर्डर बुक भविष्य के राजस्व को सुनिश्चित करता है।
- सरकारी समर्थन: भारत के राष्ट्रपति के पोर्टफोलियो में 63.17% हिस्सेदारी है, और LIC का 6.72% हिस्सा है।
- डिविडेंड पेआउट: 27.8% का डिविडेंड पेआउट इसे एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
- मार्केट कैप: ₹65,000 करोड़ से अधिक का मार्केट कैप इसे PSU सेक्टर में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।
एक नजर में
मीट्रिक | मूल्य |
---|---|
मार्केट कैप | ₹65,000+ करोड़ |
ऑर्डर बुक | ₹1,60,157 करोड़ |
Q3FY25 नेट सेल्स | ₹7,277 करोड़ (32% YoY) |
Q3FY25 नेट प्रॉफिट | ₹116.44 करोड़ (207% YoY) |
डिविडेंड पेआउट | 27.8% |
निष्कर्ष
BHEL सिर्फ एक कंपनी नहीं है, बल्कि भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की कहानी का एक अहम हिस्सा है। हाल के ऑर्डर, मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और सरकारी समर्थन इसे एक विश्वसनीय नाम बनाते हैं। अगर आप भारत के ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे विकास को करीब से देखना चाहते हैं, तो BHEL आपकी नजर में होना चाहिए।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Paisa Sutra" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।